मुक्कमल न हो सके

मुक्कमल न हो सके ख्वाब भी आँखों में अब नहीं आते। रह गए मुश्किल हालात, हल कोई नजर अब नहीं आते।। जिनसे माँगो मदद वही अपनी कामयाबी, किस्से सुनाते हैं बदल चुके जज्बात, मेरे हालात नजर उनको अब नहीं आते।। तितलियाँ और भँवरे जिस गुलशन को रोशन करते थे सूखे डंठल ताक,जान नीरस हमें वो … Read more